Baba Ramdev was born on December 25, 1965 1. He will celebrate his 58th birthday on Monday, December 25, 2023
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स्वामी रामदेव – Baba Ramdev
स्वामी रामदेव ने 14 साल की उम्र में हरियाणा के कलवा गांव के गुरुकुल में एडमिशन लिया था. जहां उन्होंने संस्कृत और योग की शिक्षा ली. स्वामी रामदेव ने संस्कृत व्याकरण, योग में दर्शन, वेद और उपनिषद की स्पेशिलिटी के साथ पोस्टग्रेजुएशन में आचार्य की डिग्री ली. स्वामी रामदेव ने आगे चलकर महर्षि दयानंद की लाइफ से इंस्पायर होकर सत्यार्थ प्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका आदि के बारे में भी पढ़ाई की. स्वामी रामदेव के जीवन पर महर्षि पतंजलि का गहरा प्रभाव रहा है. स्वामी रामदेव ने अपने जीवन में ब्रह्मचर्य और तपस्या के मार्ग पर चले. गुरुकुलों में योग, पाणिनि की अष्टाध्यायी और पतंजलि के महाभाष्य सिखाने के बाद, वे हिमालय की गंगोत्री गुफाओं की यात्रा पर निकल गए थे. स्वामी रामदेव ने पतंजलि के योग और आयुर्वेदिक मेडिकल टेक्निक को लोगों के बीच पॅापुलर किया. बाबा रामदेव हमेशा से आर्युवेद और योग को अपनाने के लिए दुनिया भर के लोगों में अवेयरनेस लाने का काम करते हैं.
स्वामी रामदेव ने 14 साल की उम्र में हरियाणा के कलवा गांव के गुरुकुल में एडमिशन लिया था. जहां उन्होंने संस्कृत और योग की शिक्षा ली. स्वामी रामदेव ने संस्कृत व्याकरण, योग में दर्शन, वेद और उपनिषद की स्पेशिलिटी के साथ पोस्टग्रेजुएशन में आचार्य की डिग्री ली. स्वामी रामदेव ने आगे चलकर महर्षि दयानंद की लाइफ से इंस्पायर होकर सत्यार्थ प्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका आदि के बारे में भी पढ़ाई की. स्वामी रामदेव के जीवन पर महर्षि पतंजलि का गहरा प्रभाव रहा है. स्वामी रामदेव ने अपने जीवन में ब्रह्मचर्य और तपस्या के मार्ग पर चले. गुरुकुलों में योग, पाणिनि की अष्टाध्यायी और पतंजलि के महाभाष्य सिखाने के बाद, वे हिमालय की गंगोत्री गुफाओं की यात्रा पर निकल गए थे. स्वामी रामदेव ने पतंजलि के योग और आयुर्वेदिक मेडिकल टेक्निक को लोगों के बीच पॅापुलर किया. बाबा रामदेव हमेशा से आर्युवेद और योग को अपनाने के लिए दुनिया भर के लोगों में अवेयरनेस लाने का काम करते हैं.
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